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Rashtriye Poshan Maah 2023: 5वा राष्ट्रीय पोषण माह 1 से 30 सितंबर तक

By Amar Kumar

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Rashtriya Poshan Maah Abhiyaan 2023: महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने पांचवां राष्ट्रीय पोषण माह शुरू किया है जो कि 1 से 30 सितंबर 2023 तक चलेगा। इस बार का पोषण माह “देवियों और स्वास्थ्य” और “बच्चों और शिक्षा” पर केंद्रित है। महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने बताया है कि इस वर्ष का उद्देश्य ग्राम पंचायतों के माध्यम से पोषण माह को “पोषण पंचायत” के रूप में शुरू करना है।

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सतत पोषण माह के दौरान गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली मांओं, 6 साल से कम उम्र के बच्चों और युवा महिलाओं को भरण-पोषण के बारे में जागरूक किया जाना चाहिए। माइंडफुलनेस एक्सरसाइज के माध्यम से पंचायत स्तर पर जागरूकता फैलाई जाएगी और पोशन पंचायत समितियां आंगनबाडी कार्यकर्ताओं, आशा कार्यकर्ताओं और एएनएम परिचारकों के साथ मिलकर काम करेंगी। 2023 में राष्ट्रीय पोषण माह से जुड़ी कुल सूक्ष्मताएं आपको हमारे इस आर्टिकल को अंत तक पढ़े |

Rashtriye Poshan Maah Abhiyaan 2023, राष्ट्रीय पोषण माह

Rashtriya Poshan Maah 2023

Rashtriya Poshan Abhiyaan 2023 – देश में पांचवां राष्ट्रीय पोषण माह शुरू हो गया है। चालू वर्ष के राष्ट्रीय पोषण अभियान में मंत्रालय की व्यवस्था ग्राम पंचायतों को पोषण पंचायतों के रूप में जोड़ने की है। जिसके लिए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने ग्राम पंचायत स्तर तक की परियोजनाओं की प्रगति की व्यवस्था की है। इस श्रंखला के तहत आंगनबाडी केन्द्रों पर महिलाओं के बीच जल संचयन के महत्व पर बल दिया जाएगा और पैतृक क्षेत्रों में मां और बच्चों की भलाई के लिए पारंपरिक खाद्य पदार्थों से संबंधित डेटा दिया जाएगा। इसके अलावा अम्मा के पारंपरिक पौष्टिक व्यंजनों की रसोई भी राज्य स्तरीय अभ्यास के तहत संचालित की जाएगी। साथ ही सार्वजनिक स्तर पर खिलौना बनाने के स्टूडियो के लिए आंगनबाडी आवासों में शिक्षा दिखाने के लिए पारंपरिक और आस-पास के व्यक्तियों को आगे बढ़ाने की व्यवस्था है।

राज्य के नेता नरेंद्र मोदी ने अपने रेडियो लोकेशन मन की बात में राष्ट्रीय पोषण माह 2023 का पालन करने के लिए देश के लोगों को शामिल किया है। पांचवें राष्ट्रीय पोषण माह का प्राथमिक उद्देश्य जन-विकास को जनहित में बदलना और अत्यधिक समर्थित भारत के प्रधान मंत्री के दृष्टिकोण को समझना है।

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Rashtriya Poshan Abhiyan 2023 Key Highlights

🔥कार्यक्रम का नाम 🔥Rashtriya Poshan Maah 2023
🔥संबंधित अभियान 🔥पोषण अभियान
🔥संबंधित विभाग 🔥महिला एवं बाल विकास मंत्रालय
🔥कार्यक्रम शुरू किया गया 🔥प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा
🔥संचालित अवधि 🔥1 सितंबर से लेकर 30 सितंबर 2023 तक
🔥लाभार्थी 🔥6 साल से कम आयु के बच्चे एवं किशोरिया, गर्भवती महिलाएं एवं दूध पिलाने वाली माताएं,
🔥उद्देश्य 🔥पोषण के प्रति जागरूक करना
🔥साल 🔥2023
🔥Official Website  🔥Deendayal Antyodaya Yojana – National Rural Livelihoods Mission observes Rashtriya Poshan Maah

प्रधानमंत्री पोषण अभियान क्या है?

Rashtriya Poshan Abhiyaan 2023 – 8 मार्च 2018 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर हमारे देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जीविका धर्मयुद्ध शुरू किया गया है। इस मिशन का मुख्य उद्देश्य गर्भवती में स्वस्थ मुद्दों को दूर करके एक बहुत ही निरंतर भारत बनाना है। महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं और बच्चों और 6 साल से कम उम्र की किशोर युवा महिलाएं। चूंकि हमारे देश में भूख का मुद्दा कदम दर कदम बढ़ता जा रहा है। यह मिशन आंगनबाडी में कार्यरत महिलाओं के माध्यम से देश भर में चलाया जाता है। जिसके लिए उन्हें अतिरिक्त ₹500 दिए जाते हैं। प्रधानमंत्री पोषण अभियान के तहत पोषण माह कार्यक्रम का समन्वयन किया जाता है। इस कार्यक्रम में गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं, बच्चों और 6 साल से कम उम्र की किशोरियों को भरण-पोषण के बारे में जागरूक किया जाता है और उन्हें पौष्टिक भोजन दिया जाता है।

राष्ट्रीय पोषण माह 2023  का उद्देश्य

राष्ट्रीय पोषण माह 2023 का मुख्य उद्देश्य “देवियों और स्वास्थ्य” या “बच्चों और शिक्षा” को शून्य करना है। जिसके लिए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा ग्राम पंचायत स्तर तक की परियोजनाओं को पूरा किया जाएगा। इन परियोजनाओं के माध्यम से आम लोगों में एक माह तक पोषण के प्रति जागरूक किया जाएगा। इसके साथ ही गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को पहचानने और संपर्क करने की व्यवस्था की गई है और 6 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए भी मेलों का आयोजन किया जाएगा। राष्ट्रीय पोषण माह 2023 मिशन पोषण 2.0 के आसपास केंद्रित है। जो पूरक वाहन, पहुंच और परिणाम में सुधार करता है

राष्ट्रीय पोषण माह 2023 की विशेषताएं

  • राष्ट्रीय पोषण माह 2023 में 1 सितंबर से 30 सितंबर 2023 तक गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं, 6 साल से कम उम्र के बच्चों और किशोर युवतियों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। जिसके लिए उन्हें विभिन्न परियोजनाओं की व्यवस्था करके पोषण के महत्व के बारे में बताया जाएगा और शिविरों के माध्यम से।
  • पंचायत स्तर तक जागरूकता अभियान चलाने के लिए संबंधित जिला पंचायती राज अधिकारियों, सीडीपीओ, पड़ोस के अधिकारियों की भागीदारी ली जाएगी।
  • इस बार आंगनबाडी केन्द्रों में ध्यान लगाने वाले बच्चों के लिए स्थानीय व पड़ोस के खिलौनों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए सार्वजनिक स्तर का खिलौना बनाने वाला स्टूडियो बनाया जाएगा।
  • इसके अलावा आंगनबाडी केन्द्रों पर महिलाओं के बीच वर्षा जल संचयन के महत्व को रेखांकित किया जाएगा और ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों के लिए स्वास्थ्य और पारंपरिक पौष्टिक सामग्री से संबंधित जानकारी दी जाएगी।
  • Rashtriya Poshan Maah 2023 के तहत राज्य स्तर पर पारंपरिक खाद्य पदार्थों को याद करते हुए लोक प्राधिकरण द्वारा अभ्यास का समन्वय किया जाएगा। जिसके लिए कार्यक्रम के लिए विशेष रूप से “अम्मा की रसोई” के माध्यम से पारंपरिक व्यंजन और खाने की चीजों को याद किया जाएगा।

सारांश(Sammary)

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FAQ Rashtriya Poshan Maah 2023

👉 पोषण अभियान के लाभार्थी कौन हैं?

पोषण अभियान बच्चों, किशोरियों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए पोषण संबंधी परिणामों में सुधार के लिए भारत का प्रमुख कार्यक्रम है। अभियान का लक्ष्य 2023 तक बच्चों (0-6 वर्ष की आयु) में स्टंटिंग को 38.4% से घटाकर 25% करना है।

👉 पोषण अभियान योजना क्या है?

पोषण (समग्र पोषण के लिए प्रधान मंत्री की व्यापक योजना) अभियान। पोषण अभियान (जिसे पहले राष्ट्रीय पोषण मिशन के रूप में जाना जाता था) एक बहु-मंत्रालयीय अभिसरण मिशन है जो एक मिशन-मोड में कुपोषण की ओर राष्ट्रीय ध्यान आकर्षित करने और उसका मुकाबला करने का प्रयास करता है।

👉 पोशन अभियान परियोजना का उद्देश्य क्या है?

माननीय प्रधान मंत्री द्वारा 8 मार्च, 2018 को राजस्थान के झुंझुनू जिले में पोषण अभियान शुरू किया गया था। अभियान का फोकस किशोर लड़कियों, गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं और 0-6 वर्ष की आयु के बच्चों की पोषण स्थिति पर जोर देना है।

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Amar Kumar is a graduate of Journalism, Psychology, and English. Passionate about communication - with words spoken and unspoken, written and unwritten - he looks forward to learning and growing at every opportunity. Pursuing a Post-graduate Diploma in Translation Studies, he aims to do his part in saving the 'lost…

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