Indian stock market: इस हफ्ते की शुरुआत में Indian stock market कमजोर नजर आया क्योंकि Hindenburg Research ने SEBI Chairperson Madhabi Puri Buch और उनके पति के खिलाफ नए आरोप लगाए हैं। ये आरोप weekend में सामने आए और इसमें Adani Group से जुड़े एक fund में investment के कारण संभावित conflicts of interest की बात की गई है। अभी market पर इसका नेगेटिव असर दिख रहा है, लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि इसका लंबी अवधि में बहुत ज्यादा नुकसान नहीं होगा। आइए, इस पूरी स्थिति को करीब से समझते हैं और देखते हैं कि इसका market पर क्या असर हो सकता है।
यदि आप भी अपने पोर्टफोलियो को नीचे की ओर गिरता नहीं देखना चाहते हैं और स्टॉक मार्केट के इस बड़े हलचल पर नजर बनाए रखना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को अंत तक ध्यान पूर्वक पढ़े ताकि आप तक सभी जानकारी सटीक और आसान शब्दों में पहुंच सके |
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Hindenburg के आरोप और सेबी का जवाब
Hindenburg रिसर्च ने पहले भी Adani Group पर सवाल उठाए हैं, और अब उसका ध्यान SEBI की Chairperson Madhabi Puri Buch पर है। रिसर्च फर्म का कहना है कि Adani Group के खिलाफ सख्त कदम उठाने में Madhabi Puri Buch की हिचकिचाहट की वजह यह हो सकती है कि उनके और उनके पति के ग्रुप से जुड़े एक विदेशी फंड में निवेश है। हालांकि, SEBI ने इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज करते हुए कहा है कि Chairperson ने सभी नियमों का सख्ती से पालन किया है।

SEBI Chairperson Madhabi Buch’s response to our report includes several important admissions and raises numerous new critical questions.
(1/x) https://t.co/Usk0V6e90K
— Hindenburg Research (@HindenburgRes) August 11, 2024
बाजार की प्रतिक्रिया और एक्सपर्ट्स की राय
इस खबर के बाद बाजार की शुरुआत थोड़ी गिरावट के साथ हुई, जहां Nifty और Sensex दोनों में मामूली कमी देखी गई। Adani Group के शेयर सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयरों में शामिल थे, जो निवेशकों की चिंता को साफ तौर पर दिखाता है। हालांकि, एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस मामले से बाजार में कोई बड़ी गिरावट नहीं होगी। उनका कहना है कि इन आरोपों में कोई ठोस सबूत नहीं है, और इससे Adani Group के खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई होने की संभावना भी कम है।

कुछ खास शेयरों का हाल
हालांकि बाजार में थोड़ी सावधानी देखी जा रही है, कुछ शेयर मजबूती दिखा रहे हैं। जैसे कि HDFC Bank, जो बैंकिंग सेक्टर में कमजोरी के बावजूद अपनी पकड़ बनाए हुए है। दूसरी ओर, Adani Group के शेयर दबाव में हैं, लेकिन कुछ विश्लेषक इसे खरीदने का अच्छा मौका मान रहे हैं। इसके अलावा 361 VAM, UltraTech Cement, Aurobindo Pharma, Senco Gold, Jubilant FoodWorks, और Blue Dart जैसे शेयर भी चर्चा में हैं। एक्सपर्ट्स की इन शेयरों पर अलग-अलग राय है—कुछ इन्हें खरीदने की सलाह दे रहे हैं, जबकि कुछ सावधानी बरतने को कह रहे हैं।
उतार-चढ़ाव भरे बाजार में कैसे करें निवेश
हिंडनबर्ग के आरोपों SEBI ने बाजार में थोड़ी अनिश्चितता जरूर पैदा कर दी है, लेकिन ये याद रखना जरूरी है कि बाजार हमेशा बदलता रहता है और उसमें उबरने की ताकत होती है। हालांकि, थोड़े समय के लिए उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है, लेकिन लंबी अवधि के निवेशकों को कंपनियों के फंडामेंटल्स पर फोकस करना चाहिए। खबरों के आधार पर जल्दबाजी में कोई फैसला लेने के बजाय, समझदारी से सोचकर ही कदम उठाना बेहतर होता है।
निफ्टी 50 के टॉप गेनर्स और लूजर्स
गेनर्स | % बदलाव | लूजर्स | % बदलाव |
ग्रासिम | +1.5% | अडानी एंटरप्राइजेज | -3.0% |
जेएसडब्ल्यू स्टील | +1.2% | अडानी पोर्ट्स | -2.5% |
यूपीएल | +1.0% | एनटीपीसी | -1.8% |
टाटा मोटर्स | +0.8% | एसबीआई | -1.5% |
एशियन पेंट्स | +0.7% | पावर ग्रिड | -1.2% |
निफ्टी मिडकैप 500 के टॉप गेनर्स और लूजर्स
गेनर्स | % बदलाव | लूजर्स | % बदलाव |
वोल्टास | +7.0% | बीडीएल | -8.0% |
इनॉक्स विंड | +6.5% | सन टीवी | -7.5% |
आरवीएनएल | +6.0% | बालकृष्ण इंडस्ट्रीज | -7.0% |
एएएस फाइनेंस | +5.5% | अडानी टोटल | -6.5% |
एलिकॉन इंजीनियरिंग | +5.0% | अडानी विल्मर | -6.0% |
अंत में
SEBI प्रमुख के खिलाफ Hindenburg के आरोपों ने बेशक बाजार में हलचल पैदा कर दी है, लेकिन हमें संतुलित नजरिया अपनाना चाहिए और लंबी अवधि के बारे में सोचना चाहिए। बाजार ने पहले भी कई चुनौतियों का सामना किया है और इस बार भी इससे मजबूती से उबरने की उम्मीद है। निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए, सोच-समझकर फैसले लेने चाहिए, और कोई भी निवेश करने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
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FAQ Related To Indian stock market
हालांकि इन आरोपों से थोड़ी अनिश्चितता जरूर बनी हुई है, लेकिन बाजार के पूरी तरह से क्रैश होने की संभावना कम ही है। बाजार में उबरने की ताकत है, और उसने पहले भी ऐसे झटकों का सफलतापूर्वक सामना किया है।
अगर आप लंबी अवधि के निवेशक हैं, तो अडानी ग्रुप के शेयर को होल्ड करने की सलाह दी जाती है। इन आरोपों का ग्रुप के फंडामेंटल्स पर कोई खास असर पड़ने की संभावना नहीं है, इसलिए जल्दबाजी में कोई कदम उठाने के बजाय धैर्य बनाए रखना बेहतर होगा।
मौजूदा बाजार में भी कुछ शेयर मजबूती दिखा रहे हैं और उनमें ग्रोथ की अच्छी संभावना है। इनमें HDFC Bank, 361 VAM, UltraTech Cement, और Aurobindo Pharma जैसे शेयर शामिल हैं। लेकिन, किसी भी निवेश से पहले खुद रिसर्च करना और एक्सपर्ट की सलाह लेना बहुत जरूरी है, ताकि आप समझदारी से निवेश कर सकें।