छत्तीसगढ़ की सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक और गारंटी को पूरा किया है। राज्य की कैबिनेट ने किसानों के हित में एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है और 2023-24 से Chhattisgarh Krishak Unnati Yojana 2024 को लागू करने का निर्णय किया है। यह योजना किसानों के आए फसल उत्पादन और उत्पादकता को बढ़ाने के लिए है। छत्तीसगढ़ कृषक उन्नति योजना से किसानों को क्या लाभ होगा? और इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन कैसे करें? इन सवालों के जवाब जानने के लिए आपको यह लेख पूरा पढ़ना होगा। तो आइए, जानते हैं छत्तीसगढ़ कृषक उन्नति योजना के बारे में।
New Update :- छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी को पूरा करते हुए “कृषक उन्नति योजना” की शुरुआत की है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य में धान की खेती को बढ़ावा देना है। “मुख्यमंत्री कृषक उन्नति योजना” के बारे में विस्तृत जानकारी के लिए आगे पढ़ें। यह कार्यक्रम पीएम मोदी के वादे को पूरा करने का प्रयास कर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने चुनाव के दौरान राज्य के किसानों को धान खरीदने के लिए 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर आश्वासन दिया था। छत्तीसगढ़ सरकार इस वादे को पूरा करने के लिए पूरी तैयारी के साथ है। हर किसान को धान बेचने पर बोनस राशि भी दी जाएगी। Chhattisgarh Krishak Unnati Yojana 2024 में धान बेचने की अधिकतम मात्रा का निर्धारण किया जाएगा।
Table of Contents
Highlights Of Chhattisgarh Krishak Unnati Yojana 2024
योजना का नाम 🌾 | Chhattisgarh Krishak Unnati Yojana |
शुरू की गई 🚀 | मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा |
लाभार्थी 👨🌾 | राज्य के किसान |
उद्देश्य 🎯 | किसानों की आय, फसल उत्पादन एवं उत्पादकता को बढ़ाने तथा फसल की कास्ट लागत में कमी करना |
आदान सहायता राशि 💰 | प्रति एकड़ 19,257 रुपए |
राज्य 🌏 | छत्तीसगढ़ |
आवेदन प्रक्रिया 🔖 | ऑफलाइन ऑनलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट 🌐 | https://agriportal.cg.nic.in/ |
Chhattisgarh Krishak Unnati Yojana
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने 6 मार्च को मंत्रालय महानदी भवन में मंत्री परिषद की बैठक आयोजित की। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक और गारंटी का पूरा करते हुए राज्य के किसानों के लिए खरीफ 2023-24 से कृषक उन्नति योजना को लागू करने का निर्णय लिया गया है। इस योजना के तहत, खरीफ वर्ष 2023 में धान खरीदी के आधार पर किसानों को प्रति एकड़ 19,257 रुपए के मान से आदान सहायता राशि दी जाएगी। इस योजना के माध्यम से किसान अपनी धान को उचित मूल्य पर बेच सकेंगे। Chhattisgarh Krishak Unnati Yojana 2024 यह योजना भारत सरकार से हुए एमओयू को ध्यान में रखते हुए विकेंद्रीकृत चावल उपार्जन के लिए राज्य सरकार द्वारा कृषक उन्नति योजना शुरू की जा रही है। आदान सहायता राशि लाभार्थी किसान के बैंक खाते में भेजी जाएगी।
मुख्य उद्देश्य
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा कृषक उन्नति योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य के किसानों की आय और फसल उत्पादन को बढ़ाना है। इसके साथ ही उत्पादकता को बढ़ाने और फसल की कास्ट लागत को कम करने का भी लक्ष्य है। इस योजना के तहत, छत्तीसगढ़ के किसानों को प्रति क्विंटल 3100 रुपए का दाम मिलेगा। खरीफ वर्ष 2023 में, किसानों को प्रति एकड़ 19,257 के मान से आदान सहायता राशि प्रदान की जाएगी। इस योजना से किसान आत्मनिर्भर और सशक्त बनेंगे।
3100 रुपए प्रति क्विंटल धान का दाम
छत्तीसगढ़ के किसानों को सरकार द्वारा धान की उच्च दर पर बेचने का मौका मिलेगा। इसके अंतर्गत, प्रति क्विंटल 3100 रुपए का भाव मिलेगा। सरकार ने पहले ही किसानों को 2183 रुपए का समर्थन मूल्य दिया है। शेष राशि, जो है 917 रुपए प्रति क्विंटल, भी जल्दी ही किसानों को दी जाएगी। इस योजना के अनुसार, किसानों को प्रति क्विंटल 3100 रुपए मिलेगा। इसके अलावा, 24 लाख से अधिक किसानों ने सहकारी समितियों पर धान बेचा है और अब उन्हें कृषक उन्नति योजना का लाभ मिलेगा। आगामी खरीफ सीजन में, किसानों को प्रति एकड़ 19257 रुपए की आदान-प्रदान सहायता दी जाएगी।
धान के अंतर की राशि किसानों को कब मिलेगी?
कृषक उन्नति योजना के अंतर्गत, छत्तीसगढ़ के 24 लाख से अधिक किसानों को धान बोनस दिया जाएगा। इस योजना के तहत, किसानों को प्रति क्विंटल 917 रुपये की अंतर राशि मिलेगी। यह ऐलान मुख्यमंत्री विष्णु देव सहाय द्वारा किया गया है। किसानों के बैंक खाते में इस अंतर राशि का भुगतान 12 मार्च को किया जाएगा। धान बोनस की राशि 970 रुपये प्रति क्विंटल होगी। यह भुगतान केवल धान बेचने वाले किसानों को ही किया जाएगा, जैसा कि मोदी सरकार ने वादा किया था।
लाभ एवं विशेषताएं
- छत्तीसगढ़ कृषक उन्नति योजना को किसानों के हित खरीफ वर्ष 2023-24 से लागू करने का निर्णय लिया है।
- कृषक उन्नति योजना के क्रियान्वयन संबंधित प्रस्ताव अनुसार खरीफ वर्ष 2023 में धान खरीदी के आधार पर किसानों को प्रति एकड़ 19,257 के मान से आदान सहायता राशि का लाभ दिया जाएगा।
- इस योजना के माध्यम से छत्तीसगढ़ के किसानों को 3100 रुपए प्रति क्विंटल धान का दाम मिलेगा।
- सरकार द्वारा धान के अंतर की राशि 917 रुपए प्रति क्विंटल लाभार्थी किसानों को 12 मार्च को जारी की जाएगी।
- इस योजना के माध्यम से राज्य के किसानों की आय में वृद्धि होगी।
- यह योजना फसल उत्पादन उत्पादकता को बढ़ाने में सहायता करेगी।
- फसल की कास्ट लागत में कमी करने में इस योजना के माध्यम से सहायता मिलेगी।
आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- किसान कार्ड
- आय प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- धान खरीदी की रसीद
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक खाता पासबुक
- मोबाइल नंबर
आवेदन करने के लिए पात्रता
- छत्तीसगढ़ कृषक उन्नति योजना केवल छत्तीसगढ़ राज्य के मूल निवासियों के लिए है।
- इस योजना से केवल राज्य के किसान ही फायदा उठा सकते हैं।
- इस योजना के लिए राज्य के सभी आय वर्ग के किसान पात्र होंगे, जिन्होंने 2023-24 में अपना धान बेचा है।
- आवेदक किसान का बैंक खाता और आधार कार्ड से लिंक होना आवश्यक है।
आवेदन करने की प्रक्रिया
- छत्तीसगढ़ किसान उन्नति योजना के तहत आवेदन करने के लिए सबसे पहले आपको कृषि विभाग कार्यालय जाना होगा।
- वहां जाकर आपको योजना का आवेदन फॉर्म मिलेगा।
- आवेदन फॉर्म मिलने के बाद आपको उसमें पूछी गई जानकारी भरनी होगी।
- सभी जानकारी भरने के बाद आपको मांगे गए दस्तावेजों को आवेदन फॉर्म के साथ जमा करना होगा।
- अब आपको यह आवेदन फॉर्म वापस वहीं जमा करना होगा जहां से आपने लिया था।
- इस तरह आप छत्तीसगढ़ किसान उन्नति योजना के तहत आवेदन कर सकते हैं।
Conclusion
छत्तीसगढ़ कृषक उन्नति योजना धान उत्पादक किसानों की आय और उत्पादन बढ़ाने पर केंद्रित है। सरकारी धान खरीदी के आधार पर प्रति एकड़ ₹19,257 की लागत सहायता दी जाती है। इससे किसानों की खेती लागत कम करने और मुनाफा बढ़ाने में मदद मिलती है।
FAQ Related Chhattisgarh Krishak Unnati Yojana
भारत सरकार से हुए एमओयू को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार कृषक उन्नति योजना शुरू की जा रही है। इस योजना के लिए 13 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। इसमें 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर पर धान खरीदी के रुपए किसानों को दिए जाएंगे।
इस योजना के लिए 13 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। इसमें 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर पर धान खरीदी के रुपए किसानों को दिए जाएंगे। पिछली सरकारों से तुलना करें तो यह राशि कृषक उन्नति योजना में दोगुना से अधिक कर दिया गया है। मंत्रीमंडल की बैठक में और भी कई सारे महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं।
इसमें कहा गया है कि इस योजना का उद्देश्य राज्य में किसानों की आय, फसल उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाना और खेती की लागत को कम करना है. बयान में कहा गया है कि इसके तहत किसानों को उनसे खरीदे गए धान के आधार पर 19257 रुपये प्रति एकड़ की दर से इनपुट सहायता दी जाएगी.