Short Information :- केंद्र सरकार के द्वारा महंगाई को काबू करने के लिए सस्ते भाव पर भारत आटा माहिया कराया जा रहा है। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के द्वारा एक सब मोबाइल वन शुरू करके लोगों को महंगे भोजन से धारा दिलाने और महत्वपूर्ण सामान्य प्राप्त करने में मदद प्राप्त करने के लिए एक बड़ा कदम उठाए जा रहा है Bharat Atta Yojana 2024 प्रदान करेगी जो की बहुत ही लाभदायक और स्वास्थ्य वर्धक गेहूं का आटा है | जिसे हर कोई खरीद सकता है अब सभी लोग केंद्र सरकार के देहाती योजना के अंतर्गत आते की उपलब्धता आने वाले दिनों में तेज होने वाली है | इसके लिए केंद्रीय एजेंसियों को जल्द ही 3 लाख टन गेहूं का आवंटन होने वाला है Bharat Atta Yojana Registration 2024 भारत आते के लिए गेहूं एफसीआई के द्वारा प्राप्त कर जाएगा।
New Update:- इस योजना के अंतर्गत अब सभी लोग आटा को ऑनलाइन माध्यम से खरीद सकते हैं अब आटा के लिए किसी भी नागरिक को भड़काने की जरूरत नहीं है इसके लिए केंद्र सरकार के द्वारा स्वास्थ्यवर्धक गेहूं का आटा मुहैया कराया जाएगा अब सभी लोग NAFED,NCCF केंद्रीय भंडार और अन्य सहकारी दुकानों के द्वारा संचालित मोबाइल बैंक सहित विभिन्न दुकानों से 27.5 रुपए प्रति किलोग्राम की मूल्य से आटा खरीद सकते हैं 2.5 लाख टन गेहूं को समर्थन के साथ भारत आटा योजना कल संचालित किया गया और इसका यह लक्ष्य सुनिश्चित करना है कि हर कोई बहुत अधिक पैसा खर्च किए बिना ही अपना भोजन प्राप्त कर सकते हैं।
Table of Contents
Highlights Of Bharat Atta Yojana 2024
🌾 Scheme Name | Bharat Atta Yojana 2024 |
🚀 Initiated By | Central Government |
📅 Year | 2024 |
👨👩👧👦 Beneficiaries | Citizens of the country |
📝 Implementation Process | Online |
🎯 Objective | To provide consumers with an affordable option for their wheat flour needs |
💡 Benefits | Consumers will be provided with an affordable option for their wheat flour needs |
🏛️ Category | Central Government Schemes |
🌐 Official Website | ——– |
Bharat Atta Yojana 2024
भारत के सभी नागरिकों को गेहूं का आटा खरीदने के लिए मदद प्राप्त होगी और इस पहले सभी नागरिकों को आटा खरीदने के लिए बहुत ज्यादा पैसे लग जाते थे और इन सभी से उनका खर्च बहुत अधिक होता था इसके लिए लोगों को गेहूं का आटा खरीदने की मदद करने के लिए और बढ़ती हुई कीमतों को नियंत्रित करने के लिए सरकार के द्वारा आटा बनाने और बेचने के लिए 2.5 लाख टन गेहूं अलग रखा है Bharat Atta Yojana Registration 2024 का लक्ष्य यह है कि गेहूं के आटे की कीमत कम हो जिससे कि हर कोई आसानी से आटा खरीद कर अपना भरण पोषण कर सके भारतीय खाद्य निगम एफसीआई के द्वारा इन सभी महत्वपूर्ण वस्तुओं को कीमतों को स्थिर रखने के लिए करी मेहनत करना पड़ रहा है और हाल ही में उन्होंने अपनी अतिरिक्त आपूर्ति से 2.287 लाख टन गेहूं ऑनलाइन नीलामी के माध्यम से बड़े खरीदारों को बचा है झूठ से एफसीआई साप्ताहिक ऑनलाइन नीलामी के माध्यम से आटा मिलो और छोटे व्यापारियों जैसे बड़े खरीदारों और केंद्रीय भंडारण से गेहूं और चावल बेचने के लिए ओपन मार्केट से एल स्टीम का उपयोग कर रहा है जिससे लोगों को कम कीमत में आटा प्राप्त हो सके।
मुख्य उद्देश्य
भारत आटा योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है कि लोगों को बहुत ही कम कीमतों पर गेहूं का आटा प्राप्त हो सके और इसके लिए गरीब लोगों को ज्यादा कीमत देने की आवश्यकता ना पड़े और आटा खरीदने क्या अच्छा विकल्प देकर भोजन को सस्ता बन जा सके फिलहाल सरकार के द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत जिसे डी ओ एल आई कार्यक्रम भी कहा जाता है उसे व्यवस्था और भारत आटा योजना उन किसानों को मदद प्राप्त करेगी जो सार्वजनिक वितरण प्रणाली पीडीएस के माध्यम से समर्थन देकर संघर्ष कर रहे हैं और भले ही हुए खेती नहीं कर रहे हो।
सस्ते आटे के लिये गेहूँ का आवंटन
लोगों को उच्च मुद्रास्फीति दर से निपटने में मदद करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा भारत आटा योजना शुरू की गई थी । इस योजना के माध्यम से सरकारी एजेंसियां आम लोगों को कम कीमत पर आटा उपलब्ध कराती हैं। केंद्रीय खाद्य सचिव ने बताया कि योजना के हिस्से के रूप में, Bharat Atta Yojana Registration 2024 भारतीय खाद्य निगम आटा उत्पादन करने और इसे और अधिक सुलभ बनाने के लिए तीन सरकारी निकायों को 3 लाख टन गेहूं देगा।
देश में आटे का औसत खुदरा मूल्य
भारत यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयास कर रहा है कि पर्याप्त आटा हो, खासकर तब जब पूरे देश में कीमतें अभी भी ऊंची हैं। भले ही सरकार मदद करने की कोशिश कर रही है, लेकिन आटे की कीमतें अभी भी बढ़ रही हैं। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों से पता चलता है कि पूरे भारत में आटे की औसत खुदरा कीमत अब 36.5 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है।
खुदरा महंगाई दर इस स्तर पर पहुंच गई है
खुदरा मुद्रास्फीति में वृद्धि सस्ते आटे को और अधिक उपलब्ध कराने के प्रयासों के महत्व पर प्रकाश डालती है। पिछले महीने खुदरा महंगाई दर एक बार फिर बढ़ गई है. दिसंबर में खुदरा महंगाई दर 5.69 फीसदी पर पहुंच गई, जो पिछले 4 महीने में सबसे ज्यादा है. अधिकारियों ने बताया कि इस बढ़ोतरी का मुख्य कारण खाद्य पदार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी है।
बिक्री मार्च तक जारी रहेगी
केंद्र सरकार खुदरा महंगाई से जल्द से जल्द निपटने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। इसके लिए वे हर संभव प्रयास कर रहे हैं। पिछले कुछ महीनों में, सरकार लोगों को बढ़ती कीमतों से निपटने में मदद करने के लिए प्याज से लेकर टमाटर तक विभिन्न वस्तुएं बेच रही है। आम लोगों को महंगाई की मार से बचाने के लिए सस्ता आटा-दाल उपलब्ध कराया जा रहा है। सरकार का लक्ष्य उन क्षेत्रों में कम कीमत पर आटा उपलब्ध कराना है जहां बाजार दर औसत से अधिक है। यह सब्सिडी वाला भारत आटा कम से कम मार्च तक उपलब्ध रहेगा।
भारत आटा पहल और खुला बाजार बिक्री योजना
खुली बाज़ार बिक्री योजना, जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हमारे पास पर्याप्त गेहूं हो और कीमतें स्थिर रहें, 31 मार्च, 2024 तक जारी रहेगी। इस दौरान लक्ष्य लगभग 101.5 लाख टन गेहूं बेचने Bharat Atta Yojana Registration 2024 का है। खाद्य पदार्थों की ऊंची कीमतों से जूझ रहे लोगों की मदद के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में कहा कि सरकार अगले पांच साल तक मुफ्त अनाज देगी। यह निर्णय लगभग 80 करोड़ लोगों को कीमतों में बदलाव से निपटने में मदद करने के लिए है, खासकर चुनाव आने पर।
विशेषताएं
Bharat Atta Yojana Registration 2024 सुनिश्चित करने के लिए एक महान कदम उठाएगी की लाखों भारतीयों को पर्याप्त भोजन प्राप्त हो सके इसे यह पता चल रहा है कि केंद्र सरकार के द्वारा वास्तव में सुनिश्चित करना चाहती है कि लोगों को वह सब मिले जो उन्हें जीने के लिए जरूरत है इस पहल के बारे में महत्वपूर्ण विशेषताएं कुछ इस प्रकार से है :-
- भारत आटा योजना के अंतर्गत रुपए में निरंतर निश्चित कीमत पर बचेगा 27.5% किलोग्राम का मूल्य दिया जाएगा और जो मौजूदा बाजार कीमतों से काफी कम है।
- भारत आटा योजना देश भर में पहले भौतिक और मोबाइल खतरा नेटवर्क के माध्यम से आसानी से उपलब्ध होगी।
- आटा मेहनत किसानों से खरीदे हुए उच्च श्रेणी के गेहूं की स्वास्थ्यवर्धक और सावधानी पूर्वक तैयार किया गया हो।
- भारत आटा योजना 2024 के लंबे समय तक टिका होने का उम्मीद है क्यों किया क्यों किसानों के लिए एक स्थिर और विश्वसनीय बाजार प्रदान करने के लिए तैयार है जिससे कि उनकी आर्थिक भिलाई सुनिश्चित होगी।
- गेहूं काटा जिसके नाम भारत आटा है उसको विभिन्न खुदरा चैनलों के माध्यम से व्यवस्थित रूप से वितरित किया जा रहा है |
- जिससे कि केंद्रीय भंडार नेशनल एग्रीकल्चरल को ऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NAFED), राष्ट्रीय सहित उपभोक्ताओं के विविध स्पेक्ट्रम के बीच व्यापक पहुंच सुनिश्चित की जा सके शाकाहारी उपभोक्ता महासंघ एचसीएफ और इस तरह की संस्थाएं हैं।
- सरकार गेहूं के आटे के अलावा चने की दाल भी सस्ती तार पर बेचने की सुविधा दे रही है ₹20 प्रति किलोग्राम और चावल उसे भारत प्राण के तहत साथ रुपए प्रति किलोग्राम।
- इसका व्यापक उद्देश्य बाजार में उचित मूल्य पर गेहूं के आटे की उपलब्धता में उल्लेखनीय वृद्धि करना है और इस तरह के इसके मूल्य में उतार चढ़ाव को स्थिर करने के महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।
पात्रता
- इस कार्यक्रम से लाभ उठाने के लिए व्यक्तियों का भारत का स्थाई निवास होना चाहिए।
- प्रति परिवार केवल एक व्यक्ति केंद्र सरकार के द्वारा अधिकृत खुदरा दुकानों से भारत आटा खरीदने के लिए पत्र है।
- इसके अतिरिक्त भारत आटा NAFED स्टोर्स, NCCF स्टोर्स और चुनिंदा मदर डेयरी अल्ट्रा टेल्स पर खरीदने के लिए उपलब्ध है।
आटा के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया
वैसे नागरिक जो भारत आटा योजना के अंतर्गत आटा प्राप्त करना चाहते हुए निम्नलिखित प्रक्रियाओं को ध्यान पूर्वक पालन करके अपना भारत आटा प्राप्त कर सकते हैं।
- NAFED पूरे देश में 15000 साथी के स्टोर चलाया जा रहा है जहां से आप 27.50 रुपए प्रति किलोग्राम की कीमत पर भारत आटा खरीद सकते हैं।
- एनसीएफ के देश भर में लगभग 2000 स्टोरी जहां से आप भारत आटा 27.50 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से खरीद सकते हैं।
- केंद्रीय भंडार की दुकान में जो सरकार के द्वारा संचालित की जा रही है उन सभी से आप कम कीमतों पर आवश्यक सामान खरीद सकते हैं |
- इसके साथ वहां से आप भारत आटा 27.50 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से आटा खरीद सकते हैं।
- इसके साथ ही कई ऐसे अन्य सहकारी स्टोर भी भारत आटा भेजते हैं जो इन दुकानों की सूची NAFED,NCCF और केंद्रीय भंडार की वेबसाइट पर देख सकते हैं जहां से आप कम कीमत पता प्राप्त कर सकते हैं।
Conclusion
भारत आटा योजना सरकार द्वारा गेहूं का आटा कम दाम पर उपलब्ध कराने की एक पहल है। यह ₹27.50 प्रति किलो की रियायती दर पर बिकता है और 800 मोबाइल वैन और 2,000 दुकानों से इसे खरीदा जा सकता है। हालांकि राशन कार्ड दिखाना जरूरी है। गरीब व आम लोगों को महंगाई से राहत पहुंचाने के लिए यह योजना फायदेमंद है।
FAQ Related Bharat Atta Yojana 2024
इस गेहूं का उपयोग आटे के उत्पादन के लिए किया जाएगा और ‘भारत आटा’ ब्रांड के तहत जनता को बिक्री के लिए पेश किया जाएगा, जिसकी अधिकतम खुदरा कीमत (एमआरपी) ₹27.50 प्रति किलोग्राम से अधिक नहीं होगी।
भारत’ आटा आज से केंद्रीय भंडार, NAFED और NCCF के सभी भौतिक और मोबाइल आउटलेट्स पर आसानी से उपलब्ध होगा, और बाद में इसे अन्य सहकारी और खुदरा स्टोरों तक बढ़ाया जाएगा।
यह योजना पूरे भारत में लागू होगी | इस योजना के तहत, 27.50 रुपये प्रति किलोग्राम की सब्सिडी वाली दर पर आटा उपलब्ध कराया जाएगा | यह योजना अप्रैल 2024 तक चलेगी
भारत आटा खरीदने के लिए, आपको किसी भी मोबाइल वैन या दुकान पर जाना होगा. वहां आपको अपना राशन कार्ड दिखाना होगा | राशन कार्ड दिखाने के बाद, आप आटे को खरीद सकते हैं | भारत आटा की बिक्री को बढ़ाने के लिए सरकार ने 800 से अधिक मोबाइल वैन और 2,000 से ज़्यादा दुकानों का इस्तेमाल किया है |