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उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना ऑनलाइन आवेदन व लाभ Online Registration?

By Amar Kumar

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सरकार देश में उत्पादन बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसी वजह से सरकार समय-समय पर Utpadan Aadharit Protsahan Yojana जैसी योजनाएं चलाती रहती है। ऐसी ही एक योजना से जुड़ी आज हम आपको जानकारी देने जा रहे हैं। इसका नाम उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना है। इसकी की शुरुआत केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा 11 नवंबर 2020 को की गई थी।

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इस योजना के माध्यम से देश में औद्योगिक प्रतिष्ठान का क्षेत्र बढ़ाया गया है। औद्योगिक क्षेत्र के विकास से देश आत्मनिर्भर बनेगा। विनिर्माण क्षमताओं और निर्यात में सुधार के लिए फार्मास्युटिकल ड्रग्स ऑटो कंपोनेंट्स और ऑटोमोबाइल सहित दस प्रमुख क्षेत्रों के लिए पीएलआई-प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम को मंजूरी दी गई है।

इन योजनाओं पर अगले पांच साल में करीब दो लाख करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। उत्पादन-आधारित प्रोत्साहन योजना घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देगी जिससे आयात पर निर्भरता कम होगी और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से योजना से संबंधित सभी जानकारी प्रदान करेंगे।

Utpadan Aadharit Protsahan Yojana

Utpadan Aadharit Protsahan Yojana (PLI Scheme)

Utpadan Aadharit Protsahan Yojana पीएलआई योजना 2022 के माध्यम से औद्योगीकरण के क्षेत्र में विकास से देश के सभी नागरिकों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। देश में रोजगार के नए साधन उपलब्ध होने से बेरोजगारी जैसी समस्याएं कम होंगी। यह भारत सरकार द्वारा देश में उद्योग स्थापित करने के लिए शुरू की गई एक प्रमुख योजना है।

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उत्पादन आधार प्रोत्साहन योजना के माध्यम से देश में अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में विकास होगा। यह 5 साल की प्रोत्साहन योजना प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 8 लाख नई नौकरियां पैदा करेगी। इसके अलावा 2025 तक देश में मोबाइल फोन का घरेलू मूल्य वर्धित 35-40% हो जाएगा। जिससे उत्पादन प्रोत्साहन से जुड़ी भारत की औद्योगिक नीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव किया जाएगा।

उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना 2022

पीएलआई योजना के तहत सरकार ने कई क्षेत्रों में सुधार किए हैं और घरेलू विनिर्माण को गति देने के लिए उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना को और अधिक क्षेत्रों में लाने की योजना है। इसके अतिरिक्त छोटी कंपनियों को नौकरी मिलने के साथ रोजगार का दायरा एक स्थान तक सीमित नहीं है बल्कि कई क्षेत्रों और छोटे शहरों तक फैल गया है। अंतत: इससे अर्थव्यवस्था को भी फायदा होता है।

पीएलआई योजना के माध्यम से भारत में अधिक से अधिक इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उत्पादन किया जाएगा जिसके माध्यम से भारत भी अन्य देशों की तरह अधिक से अधिक निर्यात कर सकेगा। इससे देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। भारत सरकार का यह निर्णय आत्मनिर्भर भारत की प्राप्ति में अहम योगदान साबित होगा।

उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना के मुख्य तथ्य

🔥 योजना का नामउत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना (PLI Scheme)
🔥 किसके शुरू किया गयाभारत सरकार द्वारा
🔥 आरंभ तिथि11 नवंबर 2020
🔥योजना का उद्देश्यभारत में उत्पादन को बढ़ावा देना
🔥 योजना के लाभार्थीकारोबार जगत नागरिक
🔥 योजना का लाभदेश में नौकरियों का अवसर बढ़े और उभरते हुए सेक्टरों को बढ़ावा मिले
🔥कुल बजट2 लाख करोड़ रुपये

उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना के लाभ और विशेषताएं

  • सरकार ने घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए 10 विनिर्माण क्षेत्रों के लिए 2 लाख करोड़ रुपये की उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजनाओं को मंजूरी दी है।
  • पीएलआई योजना से प्राप्त आय से रेफ्रिजरेटर, वाशिंग मशीन, फार्मास्यूटिकल्स, विशेष स्टील, वाहन, दूरसंचार, कपड़ा, खाद्य उत्पाद, फोटोवोल्टिक सौर और मोबाइल फोन बैटरी जैसे उद्योगों में निवेशकों को लाभ होगा।
  • इस उत्पादन-आधारित प्रोत्साहन योजना के तहत भारतीय निर्माता विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी होंगे।
  • तकनीक में निवेश भी इस योजना के दायरे में आएगा और साथ ही यह क्षमता की गारंटी भी देगा।
  • बड़े पैमाने पर अर्थव्यवस्था के निर्माण के साथ-साथ निर्यात भी बढ़ेगा जिससे भारत विश्व रैंकिंग का एक अभिन्न अंग बन जाएगा।
  • Apple, Foxconn Hon Hai, Wistron और Samsung जैसे निर्माता भारत में उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना के तहत निवेश करेंगे।
  • बड़े पैमाने पर देश में उत्पादन क्षेत्र बढ़ने से देश में नागरिकों की जरूरतें भी पूरी हो जाएंगी।
  • पीएलआई योजना (सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 16% भूमिका जीडीपी द्वारा प्रदान की जाएगी।
  • पीएलआई योजना के तहत कॉरपोरेट टैक्स की 25 प्रतिशत की दर को भी कम किया जाएगा।
  • योजना को सफल बनाने के लिए अगले पांच वर्षों में अधिकतम 2 लाख करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
  • पीएलआई योजना के हाथ से देश में औद्योगीकरण के क्षेत्र को एक नया रूप मिलेगा।

उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजनाओं PLI का पंजीकरण

जैसा कि सभी जानते हैं कि घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए Utpadan Aadharit Protsahan Yojana शुरू की गई है। इस योजना को शुरू करने का एक लक्ष्य भारत को एशिया में एक वैकल्पिक वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनाना है। इस योजना के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों को धन उपलब्ध कराया जाएगा। ताकि वह मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में आगे बढ़ सके।

सूत्रों के मुताबिक इस योजना के तहत 8 और सेक्टरों को शामिल किया जाएगा। इस योजना के तहत चरणबद्ध निर्माण योजना से भी सहयोग लिया जाएगा। अगर आप भी इस PLI Schems योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो आपको इस योजना के तहत आवेदन करना होगा।

Utpadan Aadharit Protsahan Yojana में आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज

  • आधार कार्ड
  • आय वेतन प्रमाण पत्र
  • मैन्युफैक्चरिंग का प्रमाणपत्र
  • पासपोर्ट साइज नए फोटो
  • चालू मोबाइल फोन नंबर

उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना आवेदन की प्रक्रिया

भारत सरकार द्वारा हाल ही में उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना की घोषणा की गई है। लाभार्थियों को आवेदन से संबंधित प्रक्रियाओं को पूरा करने के लिए कुछ समय इंतजार करना होगा। भारत सरकार द्वारा बहुत जल्द पीएलआई योजना पोर्टल शुरू किया जाएगा। बहुत जल्द सरकार इस योजना के लिए आवेदन करने के लिए अधिसूचना जारी करेगी। अधिसूचना प्रकाशित होते ही आपको इस वेबसाइट के माध्यम से आवेदन से संबंधित प्रक्रिया के बारे में सूचित किया जाएगा।

उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना के तहत क्षेत्र

2022 Utpadan Aadharit Protsahan Yojana के तहत सरकार ने 10 क्षेत्रों को शामिल किया है जो इस प्रकार हैं:

  • उन्नत रासायनिक सेल बैटरी
  • इलेक्ट्रॉनिक और तकनीकी उत्पाद
  • कार और कार घटक
  • औषधीय दवाएं
  • दूरसंचार और नेटवर्किंग उत्पाद
  • कपड़ा उत्पादन
  • खाद्य उत्पाद
  • सौर फोटोवोल्टिक मॉड्यूल
  • घरेलु उपकरण
  • विशेष इस्पात

PLI Scheme के तहत सेक्टर्स को प्रदान की जाने वाली धनराशि

उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना के तहत जिन 10 उत्पादन आधारित क्षेत्रों का चयन किया गया है उनके लिए सरकार द्वारा अलग से बजट निर्धारित किया गया है। जिसका पूरा विवरण नीचे दी गई सूची में दिया गया है।

SectorThe funds
🔥 उन्नत रसायन विज्ञान सेल बैटरी18,100 करोड़ रुपये
🔥इलेक्ट्रॉनिक और प्रौद्योगिकी उत्पाद5000 करोड़ रुपये
🔥ऑटोमोबाइल और ऑटो घटक57,042 करोड़ रुपये
🔥 फार्मास्युटिकल दवाएं15000 करोड़ रुपये
🔥 दूरसंचार और नेटवर्किंग उत्पाद12,195 करोड़ रुपये
🔥खाद्य उत्पाद10,900 करोड़ रुपये

उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना 2022 का उद्देश्य

इस Utpadan Aadharit Protsahan Yojana का मुख्य उद्देश्य घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देना है। इस योजना से देश आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ेगा। 2022 की उत्पादन-आधारित प्रोत्साहन योजना के माध्यम से देश के विभिन्न उत्पादक क्षेत्रों में धन वितरित किया जाएगा। तो आप अपने व्यापार को बढ़ा सकते हैं।

इस योजना से रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे विदेशी कंपनियों को भी भारत में उत्पादों के निर्माण के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इस योजना से निर्यात बढ़ेगा और आयात घटेगा। ताकि देश की अर्थव्यवस्था बेहतर हो।

स्वीकृत पीएलआई योजना

हर नागरिक जानता है कि देश के नागरिकों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए भारत सरकार ने मेक इन इंडिया नाम से एक अभियान भी चलाया था। इस अभियान ने देश में उत्पादन बढ़ाने में बहुत योगदान दिया था। उन उत्पादन-आधारित प्रोत्साहन योजनाओं में से एक पीएलआई योजना भी है। इस योजना को शुरू करने के पीछे भारत सरकार का उद्देश्य घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देना है।

इसके अलावा केंद्रीय मंत्रिमंडल ने उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना को मंजूरी दी और इस योजना के तहत पांच साल में करोड़ रुपये की राशि प्रोत्साहन की जाएगी। केंद्र सरकार की ओर से गुजरात, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पंजाब, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा जैसे राज्यों पर विशेष रूप से सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

Utpadan Aadharit Protsahan Yojana के लिए आवेदन शुरू

उत्पादन आधार प्रोत्साहन योजना के तहत लाभ कमाने वाली सभी कंपनियों को चालू वित्त वर्ष से 2025-26 तक अपने विदेशी निवेश और बिक्री पर प्रोत्साहन मिलेगा। दूरसंचार विभाग ने हितधारकों के साथ व्यापक परामर्श के बाद 3 जून 2021 को योजना के तहत परिचालन दिशानिर्देश जारी किए। यह योजना उन चैंपियन कंपनियों के लिए बनाई गई है जिनके पास आधुनिक तकनीक के उपयोग के माध्यम से आकार और पैमाने में विधि करने की क्षमता है।

दूरसंचार विभाग ने उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसलिए सभी पात्र कंपनियां जो भारत सरकार द्वारा शुरू की गई इस उत्पादन-आधारित प्रोत्साहन योजना के लिए आवेदन करके लाभ प्राप्त करना चाहती हैं। उन्हें योजना में पंजीकरण प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करना होगा।

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ध्यान दें :- ऐसे ही केंद्र सरकार और राज्य सरकार के द्वारा शुरू की गई नई या पुरानी सरकारी योजनाओं की जानकारी हम सबसे पहले अपने इस वेबसाइट sarkariyojnaa.com के माध्यम से देते हैं तो आप हमारे वेबसाइट को फॉलो करना ना भूलें ।

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इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद…

Posted by Amar Gupta

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FAQ – (PLI) उत्पादन आधार प्रोत्साहन योजना के अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

पीएलआई योजना के लिए नागरिक कैसे आवेदन कर सकते हैं?

भारत सरकार ने अभी तक पीएलआई योजना आवेदन से संबंधित कोई घोषणा नहीं की है, सरकार बहुत जल्द आवेदन से संबंधित जानकारी जारी करेगी।

सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के अनुसार पीएलआई व्यवस्था की क्या भूमिका होगी?

सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 16% की भूमिका पीएलआई व्यवस्था में जाएगी।

उत्पादन आधारित योजना से देश को क्या लाभ होगा ?

इस PLI योजना से देश को कई लाभ होंगे, घरेलू उत्पाद में वृद्धि होने से अधिक से अधिक निर्यात होगा और आयात कम होगा। ताकि देश की अर्थव्यवस्था को और मजबूती मिले।

उत्पादन आधार प्रोत्साहन योजना में कितने विनिर्माण क्षेत्र शामिल हैं?

इस योजना में दस विनिर्माण क्षेत्रों को शामिल किया गया है, मुख्य रूप से वाशिंग मशीन, रेफ्रिजरेटर, उत्पाद, फार्मास्यूटिकल्स, विशेष प्रकार के स्टील, वाहन, कपड़ा, दूरसंचार, सौर फोटोवोल्टिक खाद्य उत्पाद और मोबाइल फोन बैटरी जैसे उद्योग।

PLI योजना से देश के नागरिकों को क्या लाभ मिलेगा ?

देश के नागरिकों को उत्पादन के आधार पर प्रोत्साहन योजना के माध्यम से रोजगार मिलेगा। उत्पादन के क्षेत्र में विकास होने से लोग अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति आसानी से कर सकेंगे।

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Amar Kumar is a graduate of Journalism, Psychology, and English. Passionate about communication - with words spoken and unspoken, written and unwritten - he looks forward to learning and growing at every opportunity. Pursuing a Post-graduate Diploma in Translation Studies, he aims to do his part in saving the 'lost…

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