इस पोस्ट में क्या है ?
UIDAI की मनमानी को देखते हुए सीएससी संचालक अपने हक के लिए UIDAI के खिलाफ धरने की तैयारी में है और वह जल्दी यूआइडीएआइ के खिलाफ धरना रख सकते हैं |
CSC संचालक आखिर ऐसा क्यों करेंगे :- बता देते हैं कि भारत में ग्रामीण इलाकों में सरकार की किसी भी से आम हिंदुस्तानी ग्राहकों तक, आम हिंदुस्तानी उपभोक्ताओं तक पहचाने के लिए CSC का ही सहारा लिया जाता है, जो कि VLE के द्वारा संचालित की जाती है,
VLE वह व्यक्ति होता है जो सारी कठिनाइयों का सामना करते हुए भी आम लोगों को योजना के बारे में समझाता है ,योजना के तहत जोड़ता है, और उन्हें उसका लाभ भी दिलाता है |
बात करते हैं आधार कार्ड की, आप सभी को पता है भारत में आधार कार्ड की अनिवार्यता के बारे में, आधार कार्ड को जब भारत में लागू किया गया था तो बहुत सारे लोगों को इसके तहत जोड़ना था, यानी बहुत सारे लोगों का नया आधार कार्ड बनवाना था,CSC की सहायता से VLE के द्वारा 27 करोड़ लोगों का आधार कार्ड बनाया गया |
जो व्यक्ति ने UIDAI आधार कार्ड की नीव को रखने आज वही परेशान है |
क्या है CSC के VLE परेशानी :- आधार की शुरुआत में यही व्यक्ति अपने जेब से लाख से डेढ़ लाख रुपए लगाकर आधार KIT की खरीद कर लोगों का नया आधार नामांकन का काम करा करते थे , आज UIDAI ने इन्हें ब्लैक लिस्ट कर दिया ,यह बेईमान और चोर है, कुछ लोगों की गलती के कारण 300000 से भी अधिक VLE को इसका सामना करना पड़ा और उन्हें ना चाहते हुए भी आधार कार्ड बनाने का काम छोड़ना पड़ा |
UIDAI का कहना क्या था ;-UIDAI ने यह कह कर VLE से आधार का काम ले लिया कि वह लोगों से OVER CHARGE करते हैं और सुचारू रूप से,दस्तावेज किए बिना आधार कार्ड बना देते हैं इसी बात पर सीएससी के सीईओ डॉ दिनेश त्यागी जी का कहना है “कि हाथों की पांच उंगलियां एक समान नहीं होती है” कुछ VLE के गलती के कारण आप हमारे 300000 VLE को इसकी सजा नहीं दे सकते हैं |
CSC को आधार का काम ना देकर अपनी खुद की आधार सेवा केंद्र प्लानिंग कर रही है, जो कि सीएससी के साथ और VLE के साथ कहीं ना कहीं धोखा है, इसी पर CSC ने नाराजगी जताई है , और हड़ताल करने की सोच रही है |
CSC क्या करती है :- सीएससी ग्रामीण लोगों को हर प्रकार की सरकारी सेवाएं मुहैया कराती है, और जैसा की सुप्रीम कोर्ट की अनिवार्यता के बाद आप है सरकारी सेवाओं को प्रदान करने के लिए आधार कार्ड अभी भी जरूरी है, अर्थात सीएससी संचालकों के लिए आधार का कार्य ज्यादा महत्वपूर्ण भूमिका रखता है, आधार कार्ड बनाना ही ऐसा कार्य था जिससे VLE की रोटी कमाई जा सकती थी जो कि नहीं रही |
अगर यूआइडीएआइ सीएससी को पुण: आधार कार्ड बनाने का कार्य नहीं देती,CSC के संचालक प्रकार की सरकारी से को अपने सीएससी सेंटर उपलब्ध नहीं कराएंगे और लोगों को किसी भी प्रकार की सेवा मुहैया नहीं करेंगे |
यूआइडीएआइ ने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा कुछ भी नहीं किया जाएगा सीएससी के सीईओ डॉ दिनेश कुमार त्यागी जी ने कहां की सीएससी सेंटर डिजिटल भारत की नीव है, आयुष्मान भारत, डिजिटल ड्राइविंग लाइसेंस, डिजिटल इंडिया जैसे कार्य सीएससी के माध्यम से ही किए जाते हैं, अर्थात सीएससी को आधार का काम भी देना ही होगा |
जबकि यूआईडीएआई ने कहा कि हाल ही में एक निर्णय – बिनोय विस्वम मामले में – नामांकन / अपडेशन सेवाओं की एक स्थानांतरण आवश्यक है, त्यागी से इनकार किया इस तरह के एक आदेश है कि सीएससी को हटाने का प्रयास है। सूत्रों का कहना है ने कहा कि आईटी मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों, मंत्री रवि शंकर प्रसाद सहित दरार के बारे में बताया जा रहा है।
good news
good new csc spv
GOOD NEWS FOR CSC VLE KE LIYE HAM CSC KE SATH HAI UIDAI KE KILAFH HADTAL KAREGE.
MAI CSC SE SUPERVISOR HUN AUR UP KE MAHOBA DISTRICT KE BHARWARA VILLAGE PANCHAYAT SE BELONG KARTA HUN
chalo bhai hartal par bhai bina lanai ke kuch hone wala nahi hay