Dr Sandip Ghosh Rg Kar Medical College : प्रतिष्ठित RG Kar Medical College में एक मेडिकल छात्रा की रहस्यमयी मौत ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष पर अपनी नज़रें गड़ा दी हैं। 50 घंटे से भी ज्यादा पूछताछ के बाद भी, इस घटना में डॉ. घोष की भूमिका संदेह के घेरे में है।
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CBI की बेरहम पूछताछ
CBI डॉ. घोष से लगातार 50 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ कर रही है, जिसमें जांचकर्ता बार-बार एक ही सवाल पूछ रहे हैं। उन्होंने डॉ. घोष को पीड़िता के माता-पिता, सहकर्मियों और दोस्तों के बयानों से भी सामना कराया है, जिससे उनके अपने बयानों में विरोधाभास सामने आए हैं। डॉ. घोष किसी भी गलत काम से इनकार करते हुए अपनी बेगुनाही का दावा कर रहे हैं। हालांकि, CBI सच्चाई की तलाश में जुटी हुई है।

आरोप और विरोधाभास
पीड़िता के एक सहकर्मी ने आरोप लगाया है कि पुलिस के आने से पहले ही डॉ. घोष ने उसी सेमिनार हॉल में एक मीटिंग बुलाई थी जहां अपराध हुआ था। इस खुलासे ने एक संभावित कवर-अप पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इसके अलावा, CBI इस मामले में शुरू में सामने आए आत्महत्या के सिद्धांत की भी जांच कर रही है। पीड़िता के माता-पिता को अस्पताल के एक सहायक अधीक्षक का फोन आया था जिसमें बताया गया था कि उनकी बेटी ने आत्महत्या कर ली है। क्या डॉ. घोष को इस फैसले की जानकारी थी या नहीं, यह एक महत्वपूर्ण सवाल बना हुआ है।

प्रिंसिपल Dr Sandip Ghosh Rg Kar Medical College की भूमिका संदेह के घेरे में
सुप्रीम कोर्ट ने खुद इस घटना के बाद प्रिंसिपल और अस्पताल अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। प्राथमिकी दर्ज करने में देरी, जो अंततः पीड़िता के पिता द्वारा की गई थी, ने न्याय में संभावित रुकावट के बारे में चिंताएं बढ़ा दी हैं। CBI मामले के सभी पहलुओं की बारीकी से जांच कर रही है, जिसमें फोन रिकॉर्ड और उस घातक दिन डॉ. घोष के ठिकाने भी शामिल हैं।
घटनाओं का क्रम
दिनांक | घटना |
घटना की तिथि | रहस्यमय परिस्थितियों में मेडिकल छात्रा मृत पाई गई |
अगस्त (घटना के कुछ दिन बाद) | पीड़िता के सहयोगियों का दावा है कि पुलिस के आने से पहले डॉ. घोष ने सेमिनार हॉल में एक मीटिंग की |
50+ घंटे की पूछताछ | CBI ने डॉ. घोष से पूछताछ की, गवाहों के बयानों से उनका सामना कराया |
वर्तमान दिन | डॉ. घोष को आगे की पूछताछ के लिए कोलकाता पुलिस ने तलब किया |
सच्चाई की तलाश
मेडिकल छात्रा की मौत की जांच अभी खत्म नहीं हुई है। CBI की अथक न्याय की खोज ने मामले से निपटने में कई विसंगतियों और संभावित खामियों को उजागर किया है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, देश जवाब का इंतजार कर रहा है। सच्चाई सामने आनी चाहिए, और जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।

प्रमुख व्यक्ति
नाम | भूमिका |
डॉ. संदीप घोष | पूर्व प्रिंसिपल, RG Kar Medical College |
CBI | केंद्रीय जांच ब्यूरो |
कोलकाता पुलिस | स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसी |
पीड़िता के परिवार, सहकर्मी और दोस्त | महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने वाले गवाह |
निष्कर्ष
मेडिकल छात्रा की दुखद मौत ने प्रतिष्ठित RG Kar Medical College के भीतर संभावित खामियों को उजागर किया है। CBI की अटूट जांच धीरे-धीरे सच्चाई का पर्दाफाश कर रही है, कोई कसर नहीं छोड़ रही है। जैसे-जैसे डॉ. घोष लगातार जांच का सामना कर रहे हैं, देश अपनी सांसें रोककर न्याय की जीत की उम्मीद कर रहा है।
FAQ Related To Dr Sandip Ghosh Rg Kar Medical College
CBI इस मामले की सक्रियता से जांच कर रही है, और पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष अभी भी जांच के घेरे में हैं.
Dr Sandip Ghosh Rg Kar Medical College पर पुलिस के आने से पहले घटनास्थल पर मीटिंग करने और आत्महत्या के सिद्धांत को बढ़ावा देने में कथित संलिप्तता का आरोप है।
सुप्रीम कोर्ट ने प्राथमिकी दर्ज करने में देरी और प्रिंसिपल सहित अस्पताल अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठाया है।